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खेत में काम कर रहा मजदूर हुआ बाघ का शिकार, क्षेत्र में दहशत
खटीमा:
वन्यजीवों का वन्यजीवों का रिहायशी इलाकों में आवाजाही निकट भविष्य के लिए एक चिंता का विषय बनता जा रहा है इंसान और जानवर के संघर्ष की वारदातें मैं पिछले कई समय से इजाफा हुआ है, ऐसा ही एक हृदय विदारक घटना जनपद उधम सिंह नगर के खटीमा क्षेत्र में घटी है, जहां बाघ ने एक और मजदूर को अपना निवाला बना डाला,लगातार हो रही मानव वन्यजीव संघर्ष में मौतों से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है ,हिंसक जंगली जानवरों का लगातार इंसानी के बीच आने से क्षेत्र के लोगो मे वन विभाग के खिलाफ काफी नाराजगी दिखाई दे रही है ,लोगो का कहना है, की विभाग को इंसानी के बीच दूरी बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए ताकी ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने पाए ।काफी वहीं इस बेहद दुखद घटना से परिजनों में मचा कोहराम मचा हुआ है,यह इलाका यूपी और उत्तराखंड बॉर्डर पर स्थित है , जहा जनपद पीलीभीत,के थाना न्यूरिया क्षेत्र के गांव रानी कॉलोनी निवासी एक मजदूर रमेश मंडल पुत्र जीतन मंडल उम्र 55 वर्ष को खटीमा क्षेत्र के दाह ढाकी गांव में गन्ना छिलते समय घात लगाए बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया,जिसे स्थानीय ग्रामीणों ने ट्रैक्टर से पीछा कर बमुश्किल शव को बाघ के कब्जे से छुड़ाया। घटना की सूचना पर खटीमा वन क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र जोशी तथा चौकी प्रभारी संदीप पिलख्वाल ने टीम सहित घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम हेतु नागरिक चिकित्सालय खटीमा भेज दिया उक्त घटनास्थल यूपी और उत्तराखंड सीमा क्षेत्र का है इसलिए पीलीभीत जनपद से भी संबंधित कई अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर मौका पर मौजूद रहे। आपको बता दें मृतक रमेश मंडल कुछ दिन पहले ही दिल्ली से अपने गांव लौटा था और रोजी रोटी की जुगाड़ में गन्ने के खेत में मजदूरी करने गया था जहां बाघ ने अपना निवाला बना लिया। मृतक की पत्नी की 2 वर्ष पूर्व ही देहांत हो चुका है।,वहीं मृतक अपने परिवार में तीन पुत्रियों और दो पुत्रों को रोते बिलखते छोड़ गया है।विभाग के मुताबिक बाघ को ट्रेस करने के लिए घटना क्षेत्र में 4 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। वहीं खटीमा वन विभाग के एसडीओ संतोष कुमार पंत ने बताया कि वन्यजीवों की दृष्टि से उक्त क्षेत्र अत्यन्त संवेदनशील है साथ ही उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से सतर्कता बरतने, खेतों तथा जंगलों में अकेले न जाने की अपील की है।











