अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर थाना क्षेत्र में गुरुवार को जंगल की आग की चपेट में आने से नेपाली मूल के एक श्रमिक की मौत हो गई, जबकि दो महिलाओं समेत तीन श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों घायलों को उपचार के लिए बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 90 फीसदी से अधिक जलने के कारण तीनों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
अल्मोड़ा वन रेंज के अधिकारियों के मुताबिक गुरुवार शाम करीब साढ़े चार बजे सूचना मिली कि ताकुला विकासखंड अंतर्गत आने वाले गणनाथ के पास बेस्यूनाराकोट के जंगल में भीषण आग लग गई है। वनाग्नि की घटना के वक्त उसी जंगल में दीपक, शीला, पूजा और ज्ञान लीसा दोहन का काम कर रहे थे। एकाएक जंगल की आग उनकी ओर बढ़ गई। चारों ने दोहन किए हुए लीसे को आग से बचाने का प्रयास किया, लेकिन जब तक चारों कुछ समझ पाते आग ने उन्हें चारों तरफ से चपेट में ले लिया। चारों श्रमिकों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। उन्होंने चारों को आग की लपटों से बाहर निकाला, लेकिन तब तक 35 वर्षीय दीपक पुजारा की मौत हो चुकी थी। आग से झुलसे शीला, पूजा और ज्ञान बहादुर को स्थानीय लोगों ने पिकअप वाहन की मदद से मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल भेजा।
अल्मोड़ा के वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि बेस्यूनाराकोट के जंगल में लीसा दोहन का काम करने वाले चार मजदूर वनाग्नि की चपेट में आ गए थे। एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन घायल हुए हैं। तीनों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।