शिक्षा/रोजगार
यूओयू के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग ने किया इंडेक्शन प्रोग्राम, नए स्टूडेंट्स को दी कोर्स से संबंधित जानकारी!
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग द्वारा गत दिवस आयोजित इंडेक्शन प्रोग्राम के तहत (बैचलर ऑफ़ लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन साइंस) ..(B.L.I.Sc.) के चौथे बैच के प्रथम सेमेस्टर के शिक्षार्थियों के लिए आयोजित किया गया। इंडेक्शन प्रोग्राम रखने का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के नये विद्यार्थियों को इस कोर्स से जुडी समस्त जानकारी से अवगत कराना था!
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को ..(B.L.I.Sc.) कोर्स क्या है, किसको ये कोर्स करना चाहिए,इस कोर्स का भविष्य मे क्या स्कोप है ? तथा इसे करने के बाद स्टूडेंट्स कहां कहां व किस तरह के पदों के लिए आवदेन कर सकते हैं, इसके बावत पूरी जानकारी उक्त कार्यक्रम के दौरान दी गई, इसके अलावा उपस्थित विद्यार्थियों ने जाना की लाइब्रेरी क्या है ? और लाइब्रेरी से जुड़ी विभिन्न सेवाओं व सोर्सेस किस तरह से निकट भविष्य में लाभ मिल सकते हैं !
तराई से पहाड़ तक के विद्यार्थियों ने की कार्यक्रम में शिरकत…
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय मैं आयोजित इंडेक्शन में लगभग 30 विद्धार्थियों ने शिरकत की. बी.एल.आई.एस कोर्स में इस बार 80 विद्धार्थियों के द्वारा नामांकन किया गया है। इंडेक्शन में सुदूर चंपावत से लेकर अमरोहा, हरदोई व गजरौला आदि पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के स्टूडेंट्स ने शिरकत की, जिस तरह से युवा पीढ़ी द्वारा इस क्षेत्र मे काफ़ी रुचि दिखाई दी है तथा इस कोर्स मे युवा पीढ़ी संभावनाएं तलाश रही है , उससे प्रतीत होता है की निसंदेह आगामी दिनों में विद्यार्थियों की संख्या मे इजाफा दिखाई देगा !

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के ‘निदेशक प्रो. ए.के. नवीन ने कहा कि इंडेक्शन प्रोग्राम नए विद्यार्थियों के लिए बहुत जरूरी है जिससे वह उस कोर्स से जुड़ी सभी जानकारी हासिल कर सकें और अपने विषय के शिक्षक से भी परिचित हो सकें. दूरस्थ माध्यम के लिए यह और जरूरी हो जाता है कि वह इंडेक्शन कार्यक्रम कराए.

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए “विज्ञान विद्याशाखा के निदेशक प्रो. पी. डी. पंत ने कहा कि पुस्तकों का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है आज डीजिटल युग में पुस्तकों का भी डिजिटाइजेशन हो रहा है, जिसके लिए एडवांस तकनीकि अपनाई जा रही है। एक लाइब्रेरियन को आज बहुत एडवांस होने की जरूरत है। विवि ने इसी जरूरत को देखते हुए यह कोर्स शुरु किया है और लगातार बढ़ चढ़कर हर साल इस कोर्स में स्टूडेंट्स दाखिला ले रहे हैं.

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की “कुलसचिव प्रो. रश्मि पंत” ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा की विश्वविद्यालय स्टूडेंट्स की सहूलियत के लिए विवि लगातार प्रयासरत है। बीएलआईएस विभाग के द्वारा इंडेक्शन प्रोग्राम कराना बहुत अच्छी पहल है दूरस्थ माध्यम के स्टूडेंट्स के लिए इंडेक्शन ज्यादा जरूरी हो जाता है।

विभाग की असिसटेंट प्रोफेसर व “कार्यक्रम की संचालक प्रीति शर्मा ने बहुत विस्तार के साथ लाइब्रेरी के प्रकार व इस क्षेत्र के नवाचारों पर बात रखी उन्होंने पीपीटी के जरिये बताया कि बी.लिब करने के बाद कहां कहां किस किस तरह का काम किया जा सकता है। कोर्स के दौरान विवि के द्वारा क्या क्या सुविधांए उन्हें दी जाती है इस पर भी बात की. उन्होंने विवि के वीडियो व रेडियो विभाग में दिए गए लैक्चर्स के लिंक भी साझा किये ताकि स्टूडेंट्स को पढ़ने में कोई दिक्कत न होने पाए !

उक्त कार्यक्रम में विवि के शिक्षा विभाग के कोर्डिनेटर डॉ.डिगर सिंह फर्स्वाण, डॉ . देवकी सिरोला, डॉ. दीपांकुर जोशी, डॉ. नंदन तिवारी, शुभांकर शुक्ला, विभु कांडपाल, राकेश पपनै,श्रीमती सुनीता भट्ट समेत 30 से अधिक स्टूडेंट्स शामिल रहे।











