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शिक्षा/रोजगार

भिक्षा नहीं शिक्षा दीजिए “ऑपरेशन मुक्ति” ने दिया 11 बच्चों को शिक्षा का उजाला ➡️अभियान जारी है……

पुलिस मुख्यालय के आदेशों का पालन करते हुए पिथौरागढ़ पुलिस ने बाल भिक्षावृत्ति पर अंकुश लगाने के साथ साथ उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित कर एक अभियान चलाया है,जिसे “ऑपरेशन मुक्ति” नाम दिया गया है! जहां पिथौरागढ़ पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश में इस ऑपरेशन के साथ “भिक्षा नहीं,शिक्षा दे “की सोच के साथ जन जागरूकता अभियान को गति दी जा रही है! वही (सपोर्ट टू एजुकेटेड ए चाइल्ड) के तहत ऐसे बच्चे जो किन्ही कारणों से शिक्षा से वंचित रहे हो,बुरी संगत में पड़ने के कारण पढ़ाई छोड़ चुके हो या आर्थिक रूप से कमजोर हो ऐसे बच्चों का चिन्हिकरण करके स्कूल में दाखिला कराया जा रहा है, जिससे उन्हें शिक्षित कर समाज की मुख्यधारा में जोड़ा जा सके!

,ऑपरेशन मुक्ति को 7 सदस्य टीम आपरेट कर रही है जिसमे , ऑपरेशन मुक्ति, प्रभारी पूजा मेहरा, अतिरिक्त उपनिरीक्षक तारा बोनाल, महिला कांस्टेबल आशा खनका, हेड कांस्टेबल दीपक खनका, तथा कांस्टेबल रणवीर कंबोज को शामिल किया गया है,जिनके द्वारा ऑपरेशन मुक्ति को गति देते हुए 11 बच्चों का चिन्हिकरण किया है जो करोना काल में स्कूल नहीं जा पाए जिस कारण उनका स्कूल छूट गया,ऑपरेशन के तहत 8 बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलवाया गया है, जिसमें
चार बच्चों का राजकीय प्राथमिक विद्यालय तथा 2 बच्चों का आंगनवाड़ी केंद्र में, तथा दो बच्चों का राजकीय प्राथमिक विद्यालय धपड़पाटा आंगनवाड़ी केंद्र एडमिशन किया गया है! तथा शेष 3 बच्चों को शीघ्र ही स्कूल में दाखिला करने की कार्यवाही की जा रही है!


ऑपरेशन मुक्ति की टीम द्वारा बच्चों को स्कूल बैग, किताबें तथा स्टेशनरी आदि सामग्री भी उपलब्ध करायी गई। सभी बच्चों के अभिभावकों को शिक्षा की शक्ति से अवगत कराकर नियमित रूप से अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए जागरूक किया, और साथ ही उन्हें आश्वस्त किया की उनके बच्चों को स्कूल जाने में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरन्त पुलिस को अवगत कराये, ताकी उनकी समस्या का निराकरण किया जा सके !
पुलिस अधीक्षक महोदय द्वरा लोगों से से अपील की गई है,की यदि कोई भी बच्चा भिक्षावृत्ति अथवा मजदूरी में लिप्त पाया जाता है तथा किसी अन्य कारणों से स्कूल नहीं जा पा रहा है, तो तुरन्त उसकी सूचना पुलिस को दें, ताकि ऐसे बच्चों का पुन: स्कूल में दाखिला कराया जा सके। पुलिस टीम द्वारा उन्हें हर सम्भव मदद प्रदान की जाएगी।

जनपद पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा बच्चों और शिक्षा के बीच सामंजस्य स्थापित करने का यह कार्य निसंदेह सराहनीय कदम है, इस पहल से भटकते बचपन को एक मजबूत राह मिल सकेगी, वही ऑपरेशन मुक्ति, पिथौरागढ़ जनपद पुलिस द्वारा एक सकारात्मक पहल है, जो बच्चों की दशा और दिशा को एक मुकल्लम मुकाम देने में 1 मील का पत्थर साबित होगी ! राज्य के सभी जिलों में इस योजना को अमलीजामा पहनाकर इस दिशा में कार्य करने की जरूरत है ताकि हजारों बच्चे जो आधारभूत शिक्षा से वंचित है, उनको शिक्षा का अधिकार मिल सके और एक सभ्य समाज का निर्माण करने में मदद मिल सके!


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