राजनीति
निराशाजनक रहा बजट : सुमित हिरदेश
उत्तराखंड विधानसभा सत्र में आवाज बुलंद करने वाले हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदेश विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद हल्द्वानी पहुंचे जहां उन्होंने विधानसभा सत्र में प्रस्तुत किए गए बजट और विपक्षी विधायकों के साथ गलत रवैया अपनाने पर उन्होंने प्रेस वार्ता करते हुए विधानसभा सत्र के दौरान हुई कार्रवाई को निराशाजनक बताया उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश सरकार ने 2023- 24 का बजट जारी किया है वह पूरी तरह से निराशाजनक है विधानसभा सत्र के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा कोई भी खास मुद्दे विधानसभा सत्र में नहीं लाए गए जिससे कि उत्तराखंड का विकास हो सके उन्होंने कहा कि प्रदेश में 868000 बेरोजगार पंजीकृत है लेकिन वर्ष 2022 और 23 में मात्र 2299 लोगों को रोजगार दिया गया है।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कर्ज के बोझ तले दबी हुई है ,पहले ही राज्य को कर्ज का 6161 करोड़ का ब्याज देना पड़ रहा है और सरकार पूर्व में लिए कर्जे का ब्याज देने के लिए फिर से कर्ज ले रही है। प्रदेश सरकार के पास राजस्व बढ़ाने के लिए जनता पर गब्बर टैक्स लगाने के अलावा कोई और जरिया नहीं है,मौजूदा सरकार के विकास की नीव केवल खनन और आबकारी पर टिकी है, उन्होंने कहा कि राज्य की कुल सभी स्रोतों से आय 35000 करोड़ है जबकि सरकार ने 77000 करोड का बजट पास किया है ऐसे में राज्य का घाटा कैसे पूरा होगा
उन्होंने कहा की विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री केवल प्रधानमंत्री मोदी के नाम का गुणगान कर रहे थे एक बार ऐसा लग रहा था की मुख्यमंत्री अडानी और अंबानी का नाम ना ले ले। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र 6 दिन चलना था जिसे साजिश के तहत महज 4 दिन समेत दिया गया , सुमित हृदेश ने आरोप लगाया की विधानसभा अध्यक्ष ने नियमों के विरुद्ध विधायकों का निलंबन करने के साथ विधानसभा में विपक्ष के विधायकों के साथ पक्षपात किया गया है साथ ही उनको बोले तक कि मौका नहीं दिया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश की सड़कें बदहाल हो चुकी है बेरोजगारी चरम पर है प्रदेश के अंदर हर काम के लिए गब्बर टैक्स वसूला जा रहा है। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है नकल माफिया हावी है लेकिन प्रदेश सरकार केवल विपक्ष को दबाने में जुटी हुई है।ये बजट पूरी तरह से फेल साबित होता है जिसमे पलायन,महिलाओं, युवाओं ,किसान और व्यापारियों के लिए कुछ भी हितकर नहीं है।











