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पर्वतीय उत्थान मंच में महिला रामलीला का आगाज,10 से 90 साल की महिलाएं करेंगी अभिनय
प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, फिर बात अगर महिलाओं की करें तो फिर महिला ग्रहणी हो या कामकाजी इससे कोई फर्क नहीं पड़ता अगर हुनर है तो सामने आएगा ही!
ऐसा ही कुछ आज हल्द्वानी में आयोजित रामलीला के मंचन में देखने को मिला, जहां चैत्र मास में रामायण का आयोजन पुनरवा समिति द्वारा किया किया जा रहा है,!जिसमें रामायण से जुड़े सभी पात्रों का स्थानीय महिलाएं मंचन कर रही है,केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट ने उत्थान मंच हल्द्वानी में महिलाओं द्वारा की जा रही रामलीला का विधिवत उद्घाटन किया, वही अजय भट्ट ने कहा की मातृशक्ति द्वारा रामलीला का मंचन किया जा रहा है जिसमें रामचरितमानस के सभी किरदारों को महिलाएं निभा रही है, जो मातृशक्ति के आत्मबल और प्रबल इच्छाशक्ति को दर्शाता है,जिसके चलते भगवान राम और उनसे जुड़े किरदारों का जीवंत अभिनय कर समाज को एक नया सन्देश दे रही है !
10 साल से लेकर 70 साल की महिलाएं कर रही है अभिनय…
हल्द्वानी पर्वतीय संस्कृति उत्थान मंच में हीरा नगर में पहली बार महिला रामलीला मंचन की शुरुआत हुई है। महिला पुनर्नवा समिति द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन पर आधारित इस रामलीला में सभी पात्र महिलाएं हैं और पहली बार चैत्र की महिला रामलीला का आयोजन किया जा रहा है लिहाजा रामलीला को लेकर लोगों में बड़ा ही उत्साह देखा जा रहा है रामलीला के सभी कलाकार स्थानीय महिलाएं हैं जिन्होंने लंबे समय से रिहर्सल कर तैयारी की है रामलीला के पहले दिन राम लक्ष्मण जन्म और नारद मोह का सुंदर अभिनय महिलाओं द्वारा किया गया। 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक महिला रामलीला का आयोजन किया जा रहा है जहां रामलीला में 10 साल से लेकर 70 साल की महिलाएं अभिनय कर रही है। रामलीला में पहली बार अभिनय निभाने वाली महिलाओं में खासा जोश देखा जा रहा है महिलाओं का कहना है की पहली बार हल्द्वानी में महिला रामलीला का आयोजन हो रहा है जहां भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलने के साथ-साथ महिला सशक्तीकरण का बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है, आयोजकों का कहना है कि अभी तक दशहरे के समय में रामलीला का आयोजन होता है, लेकिन पहली बार महिलाओं द्वारा हल्द्वानी में चैत्र माह की रामलीला का आयोजन किया गया है,! भगवान श्रीराम का जन्म चरित्र मास में हुआ था ऐसे में क्षेत्र की रामलीला का आयोजन किया जा रहा है,जिससे कि लोग श्रीराम के आदर्शों पर बताए मार्ग पर चलें। रामलीला देखने के लिए भारी संख्या में महिलाएं और पुरुष पहुंच रहे हैं जहां महिलाओं में इस रामलीला के लिए खासा उत्साह देखा जा रहा है। खास बात यह है कि इस रामलीला में सभी पात्र महिलाएं हैं और पूरी व्यवस्था का संचालन भी महिलाओं द्वारा ही किया जा रहा है,
जहां कैमरे और भीड़ के बीच मंच साझा करने में अच्छे अच्छों के पसीने छूट जाते हैं, वहीं पहली बार मंच पर अपने अभिनय को साझा कर रही इन महिलाओं का आत्मविश्वास देखते ही बनता है,नारद का किरदार निभा का कहना है कि कम समय में हमारी तैयारियां हुई है पहले कुछ नर्वस थी कि कैसे होगा इन किरदारों को निभाने में बहुत अच्छा लग रहा है,राम सीता, रावण, कुम्भकरण, शिव पार्वती के कॉस्टयूम में महिलाये अपने अभिनय के लिए बहुत उत्सुक दिखी ! वही पहले दिन ही रामलीला को देखने के लिए सकड़ो की संख्या में भीड़ मौजूद रही, इसके साथ ही उत्थान मंच में महिला सशक्तिकरण और रोजगार की दिशा में विभिन्न उत्पादों को लेकर महिला सहायता समूह द्वारा स्टाल लगाए गए हैं, जिन्हें लोग बड़ी उत्सुकता से साथ खरीद रहे हैं!











