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उत्तराखण्ड

चन्दन नयाल, और शिव उपाध्याय को मिला ” जल प्रहरी” सम्मान

आज पूरा विश्व जल संकट की ओर बढ़ता जा रहा है,जहां जल संरक्षण के लिए कार्यरत संस्थाएं वैज्ञानिक तथा इस दिशा में कार्य कर रहे शोधकर्ताओं ने जल संकट को गंभीरता से लेते हुए चिंता जाहिर की है वही ग्लोबल वार्मिंग विश्व पटल पर जलवायु परिवर्तन का संकेत दे चुका है, जिसका असर अब उत्तराखंड राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में भी दिखाई देने लगा है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण हाल ही में देखने को मिला जब समय से पहले मौसमी फूल और फलों की मौजूदगी को देखा गया !जो पूरे उत्तराखंड में कौतूहल का विषय बना रहा जिस पर कई विशेषज्ञों ने इसमें अपनी चिंता और प्रतिक्रिया जाहिर की है !


न्यू महाराष्ट्र सदन, दिल्ली में सम्पन्न हुआ”विश्व जल शिखर “सम्मेलन

सरकारटेल और जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से आयोजित सम्मेलन में जल संकट और संरक्षण की दिशा में गहन चर्चा हुई तथा बाहर देशो से आए विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने इसे वैश्विक संकट मानते हुए समाधान की दिशा में सुझाव साझा किए तथा जलवायु परिवर्तन, जल संकट से निपटने के लिए विश्वभर की नई तकनीको और भारत द्वारा इस देशा में में उठाये जा रहे सकारात्मक कदम और तकनीक पर चर्चा और वाख्यान दिए गए !
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा की अगर समस्या हम हैं तो समाधान भी हम ही हैं, विश्व के हर देश के प्रत्येक नागरिक को जल संरक्षण की दिशा में जागरूक होना पड़ेगा और इस दिशा में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करना होगा, ताकि आने वाली पीढ़ी को जल के लिए संघर्ष ना करना पड़े ! सम्मलेन में उपस्थित जल प्रहरी किसान, वैज्ञानिक, आईएएस, आईआरएस जिला स्तरीय अधिकारी, कई स्कूलों के बच्चों व अध्यापको ने नवीन उपयोगों, उपकरणों, प्रयोगों, भारतीय पारंपरिक तरीकों को नये रूप और तकनीक से अपने क्षेत्रों में लाखों लीटर पानी बचाने की दिशा में किये गए कार्यों को उपस्थित जनसमूह के सामने रखा !
सेमिनार के सयोंजक अनिल सिंह ने बताया की आज जल संकट के समाधान की और सकारात्मक निर्णय लेने की आवश्यकता है! अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब पुरे विश्व को जलवायु परिवर्तन के कारण प्रकृति के नकारात्मक प्रभावो को झेलना पड़ेगा, वही अनिल सिंह ने बताया कि हर वर्ष पूरे भारतवर्ष से जल संरक्षण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा सम्मानित किया जाता है इसी परिपेक्ष्य में पूरे देश से 52 लोगों को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सम्मानित किया गया है !

जल प्रहरी सम्मान समारोह 2023 में जल शक्ति मंत्री ने उत्तराखंड से चंदन सिंह नायल, शिव कुमार उपाध्याय को “जल प्रहरी” से सम्मानित किया !


प्रकृति और जल संरक्षण की दिशा में अभूतपूर्व कार्य करने के लिए जल शक्ति मंत्रालय द्वारा कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरे देश में 52 जसल्दय रक्षकों को जल प्रहरी सम्मान दिया गया है!उत्तराखंड राज्य से भी 2 जल रक्षकों का चयन किया गया है जिसमें नैनीताल जिले से चंदन सिंह नयाल व अल्मोड़ा से शिव कुमार उपाध्याय का नाम भी सम्मलित है ! जिन्हे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा “जल प्रहरी “अवार्ड से सम्मानित किया गया है!राजधानी के महाराष्ट्र सदन में आयोजित जल प्रहरी सम्मान समारोह 2023 में व्यक्त किए संरक्षण के लिए देश भर के 52 लोगों को “जल प्रहरी” सम्मान से नवाजा गया। सम्मलेन में उपस्थित जल प्रहरी किसान, वैज्ञानिक, आईएएस, आईआरएस जिला स्तरीय अधिकारी, कई स्कूलों के बच्चों व अध्यापको ने नवीन उपयोगों, उपकरणों, प्रयोगों, भारतीय पारंपरिक तरीकों को नये रूप और तकनीक से अपने क्षेत्रों में लाखों लीटर पानी बचाने की दिशा में किये गए कार्यों को उपस्थित जनसमूह के सामने रखा !
सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शिखावत ने 22 राज्यों के 51 महानुभावों को सम्मानित किया ,जहाँ दिल्ली, बिहार, आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, झारखंड, पंजाब, त्रिपुरा, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना आदि राज्यों से एक-एक जल रक्षक और हरियाणा, कर्नाटक, उत्तराखंड से दो-दो जल रक्षक सम्मानित किए गए

“जल प्रहरी ‘ चन्दन नयाल……

चन्दन न्याल प्रकृति और पहाड़ के बहुत करीब है, पहाड़ी भौगोलिक परिस्थितियों के बीच नैनीताल जनपद के सुन्दर पर्यटन स्थल मुक्तेश्वर के चौमा ग्राम निवासी है, जिनके द्वारा अभी तक 53 हजार से अधिक पौधों का पौधारोपण किया जा चूका है,वही 5000 से अधिक चाल खाल पोखर का निर्माण कर भुजल संवर्धन करने का कार्य को बखूबी निभाया है,500 से अधिक विद्यालय महाविद्यालयों में पर्यावरण संरक्षण की के लिए जागरूक व जानकारी देने का कार्य किया है जिसके फलस्वरूप आज इनके साथ पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेवारी को समझकर कई स्कूल की छात्र छात्राएं स्थानीय लोग अब इनके साथ मिलकर कार्य करने लगे है,जिसके चलते 120 से अधिक गांव में पौधारोपण के साथ जागरूकता अभियान को सफलता पूर्वक चलाया जा सका है

अभी तक 100 से अधिक संस्थाओं द्वारा चंदन नयाल को सम्मानित किया जा चूका है, जहाँ 2021 में जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वाटर हीरो का सम्मान दिया गया,

जल संरक्षण के क्षेत्र में प्रत्येक बारिश में 7 करोड़ लीटर पानी भूमिगत करने के साथ 5000 से अधिक चाल खाल बनाने पर जलप्रहरी सम्मान से सम्मानित किया गया…..

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