उत्तराखंड- रुद्रपुर के ठाकुर रूद्र प्रताप ने ISRO की ‘युविका’ परीक्षा में लहराया परचम, बढ़ाया राज्य का मान

उधम सिंह नगर: जिले के रुद्रपुर शहर के 14 वर्षीय ठाकुर रूद्र प्रताप सिंह ने इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) की युविका परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है. इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद अब रूद्र उत्तराखंड के देहरादून में इसरो की तरफ से आयोजित होने वाली दो सप्ताह के आवासीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे एवं विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में कई रोचक जानकारियों हासिल करेंगे.


प्रतिभा का परिचय दिया: रूद्र के पिता पीयूष कुमार एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं, जबकि माता दीप्ती चौहान गृहणी हैं. रूद्र की एक छोटी बहन भी है. रूद्र के पिता पीयूष कुमार ने बताया कि उनका बेटा विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति खासी रूचि रखता है. जिसके चलते रूद्र ने युविका कार्यक्रम के तहत आयोजित परीक्षा में भाग लिया और अब इसे उत्तीर्ण कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया. इसके अलावा रुद्र पहले भी ‘भारतीय अंतररष्ट्रीय साराभाई छात्र वैज्ञानिक पुरस्कार’ आदि परीक्षाओं मे उच्च स्थान प्राप्त कर न सिर्फ़ अपने परिवार, बल्कि विद्यालय, क्षेत्र, जिले एवं समस्त राज्य का मान बढाया है.


पन्द्रह लाख से अधिक बच्चों में चयन: रूद्र की इस कामयाबी से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. अपुष्ट जानकारी के अनुसार इस परीक्षा को देश भर के लगभग पन्द्रह लाख बच्चों ने दिया था, जिसमें से मात्र 350 बच्चों का ही हुआ है चयन. इन सभी बच्चों को मई मे दो सप्ताह के लिये इसरो की तरफ से आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. यदि बच्चे में साइंटिस्ट बनने की भावना और ज्यादा जागृत होती है तो भविष्य में उसे इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए इसरो की तरफ से हर संभव मदद भी की जाएगी.


क्या है युविका कार्यक्रम: युविका का मतलब है ’युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम’ जिसे इसरो की तरफ से चलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत उन स्कूली बच्चों को आगे आने का मौका दिया जाता है जो अंतरिक्ष और विज्ञान क्षेत्र में रुचि रखते हैं. इसरो की तरफ से युविका कार्यक्रम के तहत हर वर्ष परीक्षा का आयोजन किया जाता है. जिसमें कक्षा 9 में पढ़ने वाले बच्चे आवेदन करके भाग ले सकते हैं. परीक्षा के माध्यम से 300 – 350 मेधावियों का चयन किया जाता है, जिन्हें इसरो की तरफ से दो सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाता है. इसका सारा खर्च इसरो की तरफ से ही किया जाता है.