हल्द्वानी – जैसा कि आप अवगत ही है कि ग्रीष्मऋतु प्रारम्भ हो गई है तथा दिन-प्रतिदिन मौसम में गर्मी बढ रही है जिस कारण जल स्रोतों, नदियों, नहरों एवं तालाबों इत्यादि के जल स्तर में निरन्तर गिरावट आ रही है इस स्थिति में आगामी दिवसों में पेयजल की समस्या से निपटने एवं पेयजल की जन सामान्य एवं उपभोक्ता तक पहुँच सुनिश्चित कराये जाने हेतु ग्रीष्मकाल के लिए निम्न निर्देश निर्गत किये जाते है:-
- नये जल संयोजनों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है।
- पूर्व स्वीकृत भवन निर्माण हेतु जल संयोजनों पर भवन निर्माण प्रतिबन्धित किया जाता है।
- सर्विस सेन्टरों पर वाहनों की धुलाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है। इस हेतु मात्र Dry Wash की अनुमति रहेगी, इन प्रयोजन हेतु पानी का उपयोग किये जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही के साथ-साथ जल संयोजन विच्छेदित कर दिया जाए।
- सर्विस कनैक्शन में सीधे टुल्लू पम्प का प्रयोग प्रतिबन्धित रहेगा। ऐसा पाये जाने पर टुल्लू पम्प जब्त कर जल संयोजन विच्छेदन की कार्यवाही की जाए।
- पेयजल का उपयोग सिंचाई, धुलाई आदि कार्यों में प्रतिबन्धित रहेगा। इसके अतिरिक्त छत्त की टंकियों से पानी गिरता पाये जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही एवम् जल संयोजन विच्छेदित कर दिया जाए।
मुख्य एवम् वितरण पाईप लाईनों में लीकेज परिलक्षित होने की दशा में लीकेजों को तत्काल बन्द करवाया जाये। यदि किसी भी पेयजल लाईन में लीकेज पाया जाता है तो जल संस्थान के सम्बन्धित अधिकारी की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
अतः उपरोक्त निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करते हुए समय-समय पर स्थिति से इस कार्यालय को अवगत कराना सुनश्चित करें।